जाने क्या होता है जीरो बैलेंस अकाउंट और ऑनलाइन कैसे खुलवाए इसे ? 

Zero Balance Account Kya Hai || Zero Balance Account Online Kaise Khulwaye || 

आपने इन दिनों में मीडिया या बैंक में जीरो बैलेंस अकाउंट (Zero Balance Account ) के बारे में जरुर सुन रखा होगा  , जैसा की नाम से यह अकाउंट बताता है कि ऐसा खाता जिसमे बैलेंस 0 भी हो सकता है . 

इससे पहले आपने यदि कोई बैंक खाता खुलवाया हो तो बैंक वाले आपको बताते है कि आपके खाते में इतने रुपए तो मिनिमम बैलेंस के रूप में रहेंगे ही . पर अब भारत सरकार ने इसे और भी अधिक सरल बनाने के लिए जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट (Zero Balance Saving Account ) खोलने की भी सुविधा दे दी है

इस तरह के खाते आप सरकारी PSU बैंक या प्राइवेट सेक्टर बैंक  के द्वारा या ऑनलाइन आसानी से खोल सकते है . 

zero Balance account

तो आज हम इस आर्टिकल में पढेंगे कि आखिर यह जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट  क्या होता है , कैसे यह दुसरे बैंक खाते से अलग है . जीरो बैलेंस अकाउंट के क्या फायदे (Advantages ) और नुकसान (Disadvantages ) है ? 

Zero Balance Account की मुख्य सुविधाए 

- बिना देर किये ऑनलाइन अकाउंट खुल जाना 

-  निशुल्क वर्चुअल डेबिट कार्ड की प्राप्ति 

- बैंकिंग से जुडी मोबाइल मेसेज की सुविधा 

- मोबाइल बैंकिंग की सुविधा 

- नेट बैंकिंग (Net Banking in Hindi ) की सेवा 

- आपकी बैंक में जमा राशि पर 3 से 6 प्रतिशत तक ब्याज 

पढ़े - मोबाइल बैंकिंग और नेट बैंकिंग में क्या फर्क होता है ? 

Zero Balance Account के फायदे 

खोलना आसान -

इस तरह के अकाउंट को खोलना बहुत ही आसान होता है .  आप ऑनलाइन घर बैठे बैंक की वेबसाइट या उनकी एप्प द्वारा यह खाता बस कुछ फॉर्म भरके भी खोल सकते है . जरुरी KYC भी ऑनलाइन विडियो कालिंग के माध्यम से हो जाती है . 

न्यूनतम बकाया मुक्त -

इस तरह के बैंक खाते का यह भी बहुत अच्छा फायदा है कि आपको अपने Zero Balance Account में कोई न्यूनतम रुपए शेष रखने की कोई जरुरत नही है आप अपने खाते में शून्य रुपए भी रख सकते है . 

जबकि बात करे दुसरे बैंक अकाउंट की तो उसमे एक निश्चित राशि आपको मिनिमम बैलेंस के रूप में रखनी होती है . 

Zero Balance Account के नुकसान  क्या होते है?

यह खाता बहुत सारी Limitations रखता है . यदि देखा जाये तो दुसरे बैंक अकाउंट के टाइप्स की तुलना में इसमे हर चीज में लिमिट सेट कर दी जाती है . साथ ही सुविधाओ भी आपको कम मिलती है .  

- चेक बुक नही मिलती 

इस तरह के खाते का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि आपको अपने जीरो बैलेंस खाते से जुड़ी कोई चेक बुक नही मिलती है . अब मान लीजिये आपने अपना जीरो बैलेंस खाता खुलवा लिया तो फिर आप सेल्फ चेक (Self Cheque) का प्रयोग नही कर सकते है . ना ही आप किसी को कैंसिल चेक (Cancel  Cheque) दे सकते है . 

- लेन देन की सीमा कम 

इस तरह के खाते में आप महीने में 10 हजार रुपए से ज्यादा की लेन देन नही कर सकते है और यदि बात की जाये एक साल की तो आप पुरे साल में 2 लाख से ज्यादा की लेन देन नही कर सकते है . 

- जमा पर भी है सीमा 

जीरो बैलेंस के खाते में आप साल भर में 2 लाख से ज्यादा रुपए जमा नही करा सकते है , साथ ही एक साथ एक ही बार में 1 लाख से ऊपर भी जमा नही करा पाएंगे .  

- FD और RD की सुविधा नही मिलती 

चुकी जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट (Zero Balance Saving Account) एक तरह का बेसिक अकाउंट होता है जिसे सबसे लो केटेगरी का अकाउंट कह सकते है . बहुत सारी लेन देन की लिमिटेशन के कारण इसमे आप कोई बैंक एफडी- FD ( फिक्स्ड डिपाजिट ) या आरडी (Recurring Deposit -रेकरिंग डिपॉजिट) नही करा सकते है . इन सुविधाओ का लाभ आपको दुसरे बैंक अकाउंट में ही मिल सकता है . 

- डीमेट अकाउंट भी नही खोल सकते 

इस तरह के अकाउंट की एक कमी यह भी है कि आपके इसके द्वारा शेयर मार्केट (Share Market in Hindi ) में उतरने के लिए और शेयर बाजार में निवेश करने के लिए एक डीमेट अकाउंट (Demate Account ) भी नही खोल सकते है . 

Zero Balance Account FAQ :- 

प्रश्न 1 :-  Zero Balance Account का शोर्ट फॉर्म क्या है ? 

उत्तर 1 :-  जीरो बैलेंस अकाउंट का शोर्ट फॉर्म है - ZBA . 

प्रश्न 2:-  क्या जीरो बैलेंस अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखना जरुरी है ? 

उत्तर 2 :-  जी नही , जैसा की इस बैंक सेविंग अकाउंट (Bank Saving Account) का नाम ही जीरो बैलेंस अकाउंट है तो आप अपने खाते में किसी न्यूनतम बैलेंस रखने के लिए बाध्य नही है . 

प्रश्न 3 :-  ZBA को और किस नाम से जाना जाता है ? 

उत्तर 3 :- ZBA (Zero Balance Account) का दूसरा नाम है - BSBD (Basic Savings Bank Deposit Account)

प्रश्न 4 :-  ZBA का प्रचलित नाम क्या है 

उत्तर4 :- यह प्रधानमंत्री जन धन योजना खाता भी कहलाता है .  

प्रश्न 5 :-   किसी बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस क्या होता है ? 

उत्तर 5 :- अलग अलग तरह के बैंक खाते में बैंक अलग अलग तरह का मिनिमम बैलेंस रखना तय कर करती है . ज्यादातर सेविंग अकाउंट में यह 1000 या 2000 रुपए होता है वही करंट अकाउंट में यह 5000 के करीब होता है . 

ग्राहक को अपने खाते में वो मिनिमम बैलेंस रखना ही पड़ता है नही तो उसे बैंक में  जुर्माना भरना पड़ता है .

Conclusion 

दोस्तों , इस हिंदी बैंकिंग से जुड़े आर्टिकल से आपने जाना की एक विशेष तरह का बैंक खाता -   Zero Balance Account क्या होता है और इसके फायदे और नुकसान क्या है . किस तरह यह एक बचत खाते से अलग है . 

आशा करता हूँ इससे  जुडी सभी जरुरी जानकारिया आपको मिल गयी होगी फिर भी आपके कोई सवाल है तो आप कमेंट में हमसे पूछ सकते है . मेरी कोशिश रहेगी कि आपको उनके जवाब दे सकू. 

और ऐसी ही बहुत सारी ज्ञानवर्धक पोस्ट के लिए आप TechGyan Website के Sitemap पेज को देख सकते है . 

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Disclaimer - दी गयी जानकारी अलग अलग बैंक में बेसिक अकाउंट और जीरो बैलेंस अकाउंट के लिए अलग अलग हो सकती है . यहा हमने सिर्फ बेसिक जानकारी शिक्षा के लिए दी है . आप जिस बैंक में अपना अकाउंट खुलवाना चाहते है , वहा सम्पर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है . हम कोई दावा नही करते कि यह पूरी तरह सही जानकारी है . 


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